महाराणा प्रताप महाविद्यालय एक परिचय
स्थापित शिक्षण संस्थानों की कडी का एक महत्वपूर्ण पडाव है, जिसने अपने प्रथम सत्र से ही की उच्चशिक्षा की अग्रणी शिक्षण संस्थाओं में अपना स्थान बना लिया है। गोरखपुर पिपराईच मार्ग पर महानगर से सटे इस महाविद्यालय की नींव २९ जून, २००४ को गोरक्षपीठाधीश्वर परमपूज्य महन्त अवेद्यनाथ जी महाराज के कर कमलों द्वारा रखी गयी एवं इस महाविद्यालय का उद्घाटन २९ जून, २००५ को पूर्व मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. मुरली मनोहर जोशी द्वारा किया गया ।
उद्देश्य :
गुणवत्ता युक्त एवं मूल्य आधारित शिक्षा व्यवस्था के एक मानक केन्द्र के रूप में विकसित किए जाने की योजना से स्थापित यह महाराणा प्रताप महाविद्यालय प्रथम सत्र से ही छात्र/छात्राओं को पुस्तकीय ज्ञान के साथ-साथ संस्कार जीवन युक्त एवं भारतीय मूल्यों के प्रति आग्रही बनाने का भगीरथ प्रयास प्रारम्भ कर चुका है। हम इस बात का ध्यान रखकर इस संस्था का वातावरण सृजित कर रहे हैं कि यहाँ अध्ययन करने वाला युवा अपने कैरियर के साथ-साथ देश, समाज एवं परिवार के प्रति अपनी जवाबदेही महसूस करे।
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