•   मोन में इतनी शक्ति है की आपको कही ख़तरनाक परिस्थिति से बाहर निकाल सकती है ।

  •   इस संसार में हर इंसान अलग है इसलिए जो जैसा है उसे वैसा ही स्वीकार करना सीखें

  •   जो मनुष्य दूसरों का मर्म समझते हैं वास्तव में वही महापुरुष हैं

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    महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़ में आप का स्वागत है

Online Affidavit
NAAC SSR:
SSR Cycle-I in Hindi
SSR Cycle-I in English
AQAR 2015-16   

IQAC
Content No.1
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National Council for Teachers Education (NCTE), New Delhi
National Council for Teachers Education (NCTE), Northern Regional Committee, Jaipur
Deen Dayal Upadhyay Gorakhpur University, Gorakhpur

Document For B.Ed.

महाराणा प्रताप महाविद्यालय एक परिचय

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शिक्षा के प्रयास को लोक जागरण एवं राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का सशक्त माध्यम स्वीकार करते हुए ब्रह्मलीन महन्त दिग्विजयनाथ जी महाराज ने शैक्षिक दृष्टि से अत्यन्त पिछड़े पूर्वी उत्तर प्रदेश के केन्द्र एवं अपनी कर्मस्थली गोरखपुर में प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक की शिक्षण संस्थाओं को संचालित करने हेतु महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद्‌ की १९३२ ई० में स्थापना कर शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अविस्मरणीय भूमिका की नींव रखी। महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड , गोरखपुर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद्‌ द्वारा

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