•   मोन में इतनी शक्ति है की आपको कही ख़तरनाक परिस्थिति से बाहर निकाल सकती है ।

  •   इस संसार में हर इंसान अलग है इसलिए जो जैसा है उसे वैसा ही स्वीकार करना सीखें

  •   जो मनुष्य दूसरों का मर्म समझते हैं वास्तव में वही महापुरुष हैं

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    महाराणा प्रताप महाविद्यालय, जंगल धूसड़ में आप का स्वागत है

प्रवेश नियमावली प्रवेश आवेदन पत्र २०१२-१३

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1.   आवेदन पत्र को विवरणिका से अलग कर बाल पेन से साफ अक्षरों में भरकर महाविद्यालय कार्यालय में ५ जुलाई तक जमा कर दें। आवेदन पत्र डाक से भी भेज सकते हैं। किन्तु डाक से आवेदन पत्र प्राप्त न होने की जिम्मेवारी महाविद्यालय की नहीं होगी ।

2.   आवेदन पत्र के साथ किसी भी प्रकार के प्रमाण पत्र/अंक पत्र की छाया प्रति न लगावें। मात्र आवेदन पत्र भरकर जमा करें । प्रवेश सूची में नाम आने पर साक्षात्कार हेतु उपस्थित होते समय दो फोटो, सभी प्रमाण पत्रों/अंक पत्रों की मूल प्रति एवं छाया प्रति, स्थानान्तरण प्रमाण पत्र तथा सम्पूर्ण शुल्क साथ लेकर आवें । प्रवेश स्वीकृत होने पर आवेदन पत्र के साथ छाया प्रति लगाना एवं प्रवेश शुल्क तुरन्त जमा करना आवश्यक होगा ।

3.   आवेदन पत्र में विषय समझकर भरें । एक बार प्रवेश हो जाने के बाद विषय में परिवर्तन नहीं होगा ।

4.   प्रवेश हेतु साक्षात्कार के समय वर्ग एवं विषय आदि के चयन हेतु सुझाव भी दिये जायेंगे । यदि छात्र/छात्रा विषय स्वयं न तय कर सकें तो आवेदन पत्र में न भरें ।

5.   प्रवेश साक्षात्कार के द्वारा छात्र के मूल्यांकन के आधार पर होगा। साक्षात्कार हेतु इन्टरमीडिएट परीक्षा प्राप्तांक के श्रेष्ठता क्रम में बुलाया जायेगा। उक्त श्रेष्ठता सूची में नाम होने का यह कदापि अर्थ नहीं होगा कि छात्र प्रवेश हेतु अर्ह है।

6.   इण्टरमीडिएट की परीक्षा व्यावसायिक वर्ग से उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों की श्रेष्ठता सूची सैद्धान्तिक विषयों के प्राप्तांक के आधर पर निर्धारित होगी, इसमें प्रायोगिक अंक सम्मिलित नहीं होंगे। यू.पी. बोर्ड एवं केन्द्रीय बोर्ड के प्राप्तांकों में समरूपता लाने हेतु समान स्तर का सिद्धांत लागू किया जा सकता है।

7.   एक संकाय में प्रवेश हेतु पंजीकृत आवेदन-पत्र किसी भी दशा में अन्य संकाय में स्थानान्तरित नहीं किया जायेगा। यदि कोई छात्र एक ही साथ कई संकायों में प्रवेश हेतु आवेदन करना चाहें तो अलग-अलग संकायों के लिए अलग-अलग आवेदन करना होगा।

8.   भूगोल विषय वे ही ले सकते हैं जिन्होंने इण्टर में भूगोल पढ़ा हो अथवा इण्टर परीक्षा विज्ञान या कृषि से उत्तीर्ण किया हो ।

9.   सभी संकायों में प्रतिदेय अधिप्रतिनिधित्व तथा आरक्षण सरकार एवं गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार होगा। प्रबन्ध समिति के द्वारा महाविद्यालय हित में तय किये गये आरक्षण भी मान्य होंगे ।